इस दुनिया ने दिया क्या तुम्हे....
हर पल कोइ न कोइ सवाल पेकि तेरे साम्ने....
और उडाया हसि, जब लड्ने उटा तु उस्के साम्ने...
इस दुनिया ने दिया क्या तुम्हे....
इस दुनिया ने दिया क्या तुम्हे....
जब कुच नहि चहा , तब सब कुच रखा तेरे साम्ने... .और जब कुच चहा, तब कुच रखा हि नहि तेरे साम्ने... .
इस दुनिया ने दिया क्या तुम्हे....
इस दुनिया ने दिया क्या तुम्हे....
हस्ते दिखा,जब तू रोने लगा उस्के साम्ने....
और रोते दिखा, जब तु हस्ने लगा उस्के साम्ने....
इस दुनिया ने दिय क्य तुमे....अक्सर नाचा पैसो के साम्ने....
और बना गुलाम हर अमीरो के साम्ने...
इस दुनिया ने दिय क्या तुमे....चाहे वो हसे या रोये तेरे साम्ने....
इस दुनिया ने दिय क्या तुमे....चाहे वो हसे या रोये तेरे साम्ने....
डरने क्यो लगा तु उस्के साम्ने....
आकिर है क्या तेरे रिश्ता,
इस दुनिया से......
--RAVI(R) 2009 May
6 comments:
nice ra good going manchi poet unnadu ra ne lo, kani koncham life pina intrest vundela rayu ra ,life lo spirit is important,spirit ne lo undhi ,kani antha aypoinattu undaku ,life lo enka chala undhi e sare poem rasthe josh ravali chadhive vadiki........I am encouraging u as a friend....good going.......
good poem ravi but never discourage ur self from rewinding the past days
just be +ve about future.
Thank you for your kind suggestions, i will try it. So far i tried to convert my own personal feelings in to words and i have just wrote for my self. Now i will write my poems in such a way that it encourages and motivate others. After all you helped me in knowing what actually a poem should do and work for........
fine ra mama theam pattu kunnavu ra did not lost ur focus thats really good sign ra try to write some thing on good topic ra.... full of +ve energy ra ...inspiration undali ra...heart loosing should not b there ra
kaaka rechipo .....from now on this blog is PKB certified ....
Thank you guys...
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